Top 10 Entrepreneurs in India | भारत के टॉप 10 इंटरप्रेन्योर के बारे में पूरी जानकारी | India’s No One Entrepreneur
हेलो दोस्तों स्वागत हैं आपका Theshreyansbio.com में । दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में इंडिया के टॉप 10 इंटरप्रेन्योर के बारे बताऊंगा और कैसे यह टॉप 10 तक पहुंचे है। दोस्तों भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और भारत देश की जी डी पी हाल के कुछ दशकों में उल्लेखनीय रूप से बड़ी है। हालाँकि भारत एक आर्थिक असामनताओं का देश है और आर्थिक असामनता का महत्वपूर्ण स्तर कई लोगों को गरीबी की रेखा में रखता है। भारत देश में उद्यमशीलता और पूंजी विकास की एक महत्वपूर्ण परम्परा है। मुझे या आपको यह कहने में कोई आश्चर्य नहीं होगा कि भारत ने बड़ी संख्या में अरबपति उद्यमी दिए है। तो दोस्तों आज इस ब्लॉग में हम इन सभी टॉप 10 इंटरप्रेन्योर के बारे में जानेगे जिन्होंने अपने साथ -साथ देश का नाम भी रोशन किया है और इन्होने कहीं न कहीं इस देश को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चलिए दोस्तों शुरू करते है और जानते है Top 10 Entrepreneurs in India जो इस प्रकार है –
1. धीरूभाई अम्बानी (Dhirubhai Ambani)
धीरूभाई अम्बानी जी ने अपने करियर की शुरुवात धार्मिक तीर्थ यात्रियों को पारम्परिक व्यंजन बेचने से की थी और धीरूभाई अम्बानी (1932 – 2002) एक भारतीय टाइकून थे जिन्होंने दूरसंचार, बिजली उत्पादन, दूरसंचार उपभोक्ता उत्पादों, रसद सामग्री में विकसित किया और उसे विस्तृत किया जिससे उनकी कंपनी बहुत तेजी से फली और फूली। वर्तमान में रिलायंस कंपनी भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनी है और जोकि 500 सबसे बड़ी कम्पनियों में गिनी जाती है यानि कि फार्च्यून 500 कंपनी में से है। आज पूरी रिलिएंस इंडस्ट्रीज कंपनी के सीईओ मुकेश अम्बानी और अम्बानी के बेटे है और फोर्ब्स के अनुसार इनकी कुल सम्पति 70-75 अरब डॉलर है।
2. जंहागीर रतनजी दादाभाई टाटा (Jehangir Ratanji Dadabhoy Tata)
जंहागीर रतनजी दादाभाई टाटा जी जे आर डी टाटा के नाम से भी जाने जाते है और इनका जन्म रतनजी दादाभाई टाटा जी के घर में 29 जुलाई 1904 को हुआ था इनकी माता का नाम सुज्जैन ब्रीयरे एक फ्रांसीसी थी और ये इनके दूसरी संतान थे। जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा भारत के पहले पायलट थे जिन्होंने 50 वर्षो तक टाटा एंड संस के अध्यक्ष के रूप में काम किया और इसके अलावा इन्होने भारत की पहली अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया इंटरनेशनल की स्थापना भी की। जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा जी को वर्ष 1957 में पदम् विभूषण से और 1992 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। जे आर डी टाटा जमशेदजी टाटा के वंशज थे जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य टाटा समूह की स्थापना की थी।
3. नागवार रामाराव नारायण मूर्ति (Nagavara Ramarao Narayan Murthy)
एन आर नारायण मूर्ति का जन्म 20 अगस्त 1946 को मैसूर में हुआ यह भारत के प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर कंपनी इनफ़ोसिस टेक्नोलॉजी के संस्थापक और जाने माने उद्योग पति है। इनको आधुनिक युग के बेहतरीन भारतीय व्यापारियों में से एक माना जाता है। इन्होने इनफ़ोसिस की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जो एक प्रमुख आईटी फर्म है जिसमे व्यापर परामर्श, सूचना प्रोधोगिकी और आउटसोर्सिंग सेवाएं प्रदान करती है। एन आर नारायण मूर्ति जी ने अपना वयवसाय शुरू करने से पहले पुणे में पाटनी कम्प्यूटर सिस्टम के लिए काम किया। एन आर नारायण मूर्ति जी को ही भारतीय आईटी उद्योग के पिता के रूप में जाना जाता है जिन्होंने 1981 से 2002 तक इनफ़ोसिस के सीईओ के रूप में कार्य किया और बाद में 2011 तक इसके अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। इनफ़ोसिस की वर्तमान में नेटवर्थ लगभग 90 -95 बिलियन डॉलर से अधिक है।
4. शिव नाडार (Shiv Nadar)
शिव नाडार एक एक प्रमुख उद्यमी और समाजसेवी है। वे एचसीएल टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और प्रमुख रणनीति अधिकारी है। शिव नाडार जी ने एक छोटा सा कुछ हजार डॉलर का निवेश किया और 1976 में कैलकुलेटर और माइक्रो कंप्यूटर बनाने वाली एचसीएल इनफ़ोसिस की शुरुवात की। जिसके कुछ समय बाद ही उन्हें एक मिलियन रूपए से अधिक की बिक्री हुयी और एचसीएल की सफलता ने शिव नाडार को 23.8 अरब डॉलर की सम्पति के साथ अरबपति बना दिया। शिव नाडार ने अपने कार्यकाल में चार दशकों तक उभरते हुए आईटी क्षेत्र में सर्फिंग की है। आज एचसीएल टेक्नोलॉजी दुनिया की सबसे बड़ी आईटी प्रौद्योगिकी और आर एंड डी डिवीज़न में से एक है। 2008 में शिव नाडार जी को भारत सरकार द्वारा उद्योग एंड व्यापार के क्षेत्र में पदम् भूषण से भी सम्मानित किया गया था और 2010 में उनकी व्यक्तिगत सम्पति 4.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के तुल्य थी।
Top 10 Youtuber in India की पूरी जानकारी पढ़े।
5. लक्ष्मी निवास मित्तल (Lakshmi Niwas Mittal)
लक्ष्मी मित्तल का जन्म 2 सितम्बर 1950 को भारत में राजस्थान के चुरू जिले की राजगढ़ तहसील में एक लक्ष्मी परिवार में हुआ था जहाँ उनका 25 सदस्यों का संयुक्त परिवार रहता था। उनके पिता का नाम मोहन लाल मित्तल और भाइयों का नाम प्रमोद मित्तल और विनोद मित्तल है। लक्ष्मी निवास मित्तल एक भारतीय व्यवसायी है जिन्होंने अपने करियर की शुरुवात अपने ही पिता की स्टील कंपनी से शुरू की थी। बाद में लक्ष्मी मित्तल जी ने पारिवारिक कलह और झगड़ो के कारण बहार जाकर अपने दम पर आर्सेलर मित्तल की स्थापना की जो आज दुनिया के अग्रणी इस्पात उद्योगों में से एक है। अप्रैल 2020 तक आर्सेलर मित्तल का उद्यम मूल्य 32.98 बिलियन डॉलर था। वही मित्तल की व्यक्तिगत सम्पति 18.40 बिलियन डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।
6. घनश्याम दास बिरला (Ghanshyam Das Birla)
घनश्याम दास बिरला जी का जन्म 1894 में पिलानी राजस्थान भारत में हुआ था और इनकी मृत्यु 1983 में मुंबई में हुयी थी। यह एक भारतीय उद्यमी थे जिन्होंने 1900 की शुरुवात में अपना पहला उद्यम कपास और कपड़ा मिल से स्थापित किया था इसके बाद इन्होने बिड़ला के विस्तार के लिए 1919 में कॉफी, कागज, चीनी निर्माण को शामिल किया। उनकी मृत्यु के समय तक बिड़ला समूह एक बहुक्षेत्रीय विश्वव्यापी निगम के रूप में विकसित हो चुका था। वे गाँधी जी के मित्र, सलाहकार, प्रसंशक एवं सहयोगी थे। 1957 को भारत सरकार ने उन्हें पदम् विभूषण से भी सम्मानित किया। कुमार मंगलम उनके परपोते अब निगम के प्रमुख है और उनके पास 13.5 बिलियन डॉलर की संयुक्त सम्पति है।
Top 10 Blogger of India की पूरी जानकारी पढ़े।
7. दिलीप संघवी (Dilip Shanghvi)
दिलीप संघवी का जन्म 01 अक्टूबर 1955 में हुआ जो भारत के एक व्यवसायी है। 2015 में वे सबसे धनी भारतीय बने और सन फार्मास्युटिकल के संस्थापक एवं प्रबन्ध निर्देशक है। दिलीप संघवी ने 1982 में 10,000 रूपए (लगभग 200 डॉलर) निवेश कर सन फार्मास्युटिकल की स्थापना की। सन इंडिया अब भारत की सबसे बड़ी फार्मास्युटिकल फर्म है और सन फार्मास्युटिकल संयुक्त राज्य अमेरिका में देश की सबसे बड़ी फार्मेसी फर्म है। सन फार्मा दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी स्पेसलिस्ट जेनेरिक कंपनियों में से एक है। दिलीप संघवी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे IIT मुंबई में गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष है। दिलीप संघवी को आरबीआई की 21 सदस्यीय केंद्रीय बोर्ड समिति में नियुक्त किया गया है और यह भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक है। दिलीप संघवी की नेटवर्थ लगभग 11.8 अरब डॉलर आंकी गयी है।
8. अज़ीम प्रेमजी (Azim Premji)
अज़ीम हाशिम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 में हुआ इनके पिता मोहमद हाशिम प्रेमजी एक चावल कारोबारी थे। वे वर्मा (वर्तमान म्यांमार) में उनका चावल का बड़ा बिज़नेस था जिससे उन्हें राइस किंग ऑफ़ वर्मा (Rice King of Verma) कहा जाता था। इसके बाद वह वर्मा से गुजरात आकर बस गए थे। अज़ीम प्रेमजी विप्रो इंडस्ट्रीज (WIT) के पूर्व निर्देशक है जो एक बहुमुखी सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी व्यवसाय के लिए जाने जाते है जिसकी तुलना कई लोगो द्वारा माइक्रोसॉफ्ट से की गई है। अज़ीम प्रेमजी अपने सामाजिक कार्यो के लिए भी जाने जाते है और यह कार्य उनका फाउंडेशन के जरिये किया जाता है और इनके इस फॉउण्डेशन का नाम “अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन” है। इस फाउंडेशन के जरिये अज़ीम प्रेमजी स्कूलों से टाई उप करके गरीब बच्चो की मदद करते है। अज़ीम प्रेमजी को भारत के बिल गेट्स के रूप में जाना जाता है और इनकी नेटवर्थ लगभग 9.1 बिलियन बताई जा रही है।
“ट्रिगर्ड इंसान” के जीवन की फुल बायोग्राफी इन हिंदी में पढ़े।
9. मुकेश जगतियानी (Mukesh Jagtiani)
मुकेश मिकी जगतियानी का जन्म 15 अगस्त 1952 में कुवैत में हुआ उनके पिता मूल रूप से मुंबई के थे लेकिन एक बेहतर भविष्य की तलाश में कुवैत चले गए जहाँ उनका जन्म हुआ। जब मुकेश मिकी जागतियानी 3 साल के थे तब उनके पिता ने उन्हें उनके बड़े भाई महेश के साथ उन्हें अपनी बहन के पास मुंबई छोड़ दिया जहाँ उनकी प्रारंभिक पढ़ाई हुयी। मुकेश मिकी जगतियानी एक भारतीय उद्यमी है जो अधिकांश समय सयुक्त अरब अमीरात में रहे है। अकॉउंटिंग स्कूल में पढ़ने के लिए लंदन जाने से पहले उन्होंने बॉम्बे और बेरुत के एक स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने एक टेक्सी ड्राइवर रहते हुए अपनी एक कंपनी की स्थापना की जो वाणिज्य और रियल एस्टेट बेहेमोथ लैंडमार्क में विकसित हुयी जिसका मुख्यालय दुबई में है। मुकेश मिकी जगतियानी की कुल सम्पति 3.6 अरब डॉलर आँकी गयी है।
10. आर्देशिर गोदरेज (Ardeshir Godrej)
ईस्ट अफ्रीका में वकालत कर रहे एक वकील ने जल्द ही वकालत से दूरी बना ली क्योंकि वे समझ चुके थे कि इनकी सच्चाई का सिद्धांत इस वकालत में काम नहीं आने वाला और ये कोई और नहीं बल्कि अर्देशिर गोदरेज थे इनका जन्म 1868 में हुआ। आजीविका के लिए इन्होने एक फार्मा कंपनी में केमिस्ट के असिस्टेंट के तौर पे काम किया और नौकरी में मन नहीं लगा तो उन्होंने सर्जरी की ब्लेड और कैंची बनाना शुरू किया उनका यह बिज़नेस फ़ैल हो गया इसका रीज़न यह था कि अर्देशिर गोदरेज ब्रिटिश कंपनी को औजार बनाते थे और यही कंपनी उनके औजार बेचने वाली थी और पैच फस गया देश के नाम पर अर्देशिर चाहते थे कि उस पर मेक इन इंडिया छपे लेकिन जिसके लिए ब्रिटिश तैयार नहीं थे। चिकित्सा उपकरणों में असफलता के बाद अर्देशिर और उनके भाई बहन को ताला बनाने में सफलता मिली। गोदरेज समूह का गठन 1897 में हुआ और अब इनकी फर्मे 11 बिलियन डॉलर से अधिक राजस्व उत्पन्न करती है। आज उनके पोते और कंपनी के सीईओ कंपनी को चलाते है और गोदरेज की कुल कीमत 2.7 अरब डॉलर है।
“पवन अग्रवाल ब्लॉगर” के जीवन की फुल बायोग्राफी इन हिंदी में पढ़े।
Conclusion
इस ब्लॉग में आपने जाना इंडिया के टॉप टेन इंटरप्रेन्योर (Top 10 Entrepreneurs in India) की लिस्ट में कौन-कौन शामिल है और इन उद्यमियों की कुल सम्पति कितनी है। आशा है आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा प्लीज कमेंट में जरूर बताये आगे आप किस के बारे में जानना चाहते हो। इस ब्लॉग में आपको कुछ न कुछ सीखने को जरूर मिला होगा। अगर आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो comment में जरूर बताये और साथ ही share जरूर करे ताकि मुझे भी आपको नयी जानकारी देने के लिए मोटिवेशन मिल सके।
FAQ
Q गोदरेज कंपनी कौन से देश की है ?
Ans गोदरेज कंपनी भारत की मैन्युफक्चरिंग कंपनी है जिसकी शुरुवात 1897 में हुयी थी।
Q विप्रो कंपनी का मालिक कौन है ?
Ans विप्रो कंपनी के मालिक मोहमद हाशिम प्रेमजी है जो अब अज़ीम हाशिम प्रेमजी चलाते है।
Q लक्ष्मी मित्तल की कुल सम्पति कितनी है ?
Ans लक्ष्मी मित्तल की कुल सम्पति 18.40 बिलियन डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।
Q नारायण मूर्ति ने इनफ़ोसिस की शुरुवात कैसे की ?
Ans नारायण मूर्ति ने अपने 6 सॉफ्टवेयर पेशेवरों के साथ 1981 में 10,000 रुपये की राशि निवेश करके किया था।
Q देश में सबसे ज्यादा दान देने वाले कारोबारी कौन है ?
Ans देश में सबसे ज्यादा दान देने वाले कारोबारियों की लिस्ट में शिव नाडार का नाम आता है।